प्रयागराज – जहां गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम सिर्फ नदियों का नहीं, संस्कृति, श्रद्धा और इतिहास का मिलन है।
यहां की मिट्टी में महाकुंभ की आस्था है, और हर साँस में ज्ञान, न्याय और अध्यात्म की गूंज।
आनंद भवन से लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय तक, हर ईंट में देश के स्वाभिमान की कहानी है।
यह सिर्फ एक शहर नहीं, सनातन संस्कारों और आज़ादी की लड़ाई का गवाह है।
क्योंकि यह प्रयागराज है – माई सिटी, माई प्राइड!