वाराणसी – जहां हर श्वास में बसी है भक्ति, और हर घाट पर बहती है सदियों की संस्कृति।
यहां समय भी ठहर जाता है जब गंगा आरती की लौ लहराती है और शंखनाद गूंजता है।
काशी विश्वनाथ से लेकर अस्सी घाट तक, यहां हर कदम पर मोक्ष की अनुभूति होती है।
यह सिर्फ एक शहर नहीं, सनातन का जीवंत प्रतीक है।
क्योंकि यह वाराणसी है – माई सिटी, माई प्राइड!